Rajnath Singh Defence Minister

रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को लगभग 7,800 करोड़ रुपये के पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों को मंजूरी दे दी, जिसमें एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टरों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट की खरीद भी शामिल है। इसके साथ ही, एमएच-60आर हेलीकॉप्टरों की खरीद भी शामिल है।

रक्षा मंत्रालय की मंजूरी से बढ़ाई गई रक्षा क्षमता

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि डीएसी द्वारा अनुमोदित प्रस्तावों में मिमी लाइट मशीन गन (LMG) की खरीद और दूसरा भारतीय नौसेना के हथियार एमएच-60आर हेलीकॉप्टरों की खरीद शामिल है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में आयोजित रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) की बैठक में लगभग 7,800 करोड़ रुपये के पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति दी गई।”

एमएच-60आर हेलीकॉप्टरों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट की खरीद

रक्षा मंत्रालय ने एमएच-60आर हेलीकॉप्टरों की खरीद को बढ़ावा दिया है, जो भारतीय वायुसेना की कार्य कुशलता को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। डीएसी ने खरीदें (भारतीय-आईडीडीएम) श्रेणी के तहत एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टरों पर इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट की खरीद और स्थापना के लिए एओएन प्रदान किया है। ईडब्ल्यू सुइट भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) से खरीदा जाएगा, जिससे हेलीकॉप्टरों की सर्वाइवेबिलिटी में वृद्धि होगी।

ग्राउंड-आधारित ऑटोनॉमस सिस्टम की खरीद

रक्षा मंत्राय ने डीएसी द्वारा मशीनीकृत पैदल सेना और बख्तरबंद रेजिमेंटों के लिए ग्राउंड-आधारित ऑटोनॉमस सिस्टम की खरीद के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। यह सिस्टम मानवरहित निगरानी, गोला-बारूद, ईंधन, और पुर्जों की आपूर्ति, लॉजिस्टिक डिलीवरी, और युद्ध के मैदान में हताहतों की निकासी जैसे विभिन्न अभियानों को सक्षम करेगा।

स्वदेशी विक्रेताओं से की जाएगी खरीद

प्रोजेक्ट शक्ति के तहत भारतीय सेना के लिए मजबूत लैपटॉप और टैबलेट की खरीद के लिए भी एओएन प्रदान किया गया है। ये सभी खरीद केवल स्वदेशी विक्रेताओं से की जाएगी। भारतीय नौसेना के MH-60R हेलीकॉप्टरों की परिचालन क्षमता बढ़ाने के लिए भी डीएसी ने खरीद के लिए एओएन प्रदान किया है।

देश की सुरक्षा में मजबूती

रक्षा मंत्राय की मंजूरी के साथ, इन प्रस्तावों के माध्यम से सशस्त्र बलों की क्षमता को बढ़ाने का कदम उठाया गया है। यह स्वदेशी विक्रेताओं के साथ भारतीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण योगदान है और देश की सुरक्षा में मजबूती लाने में मदद करेगा।

By Yash